-:::: भारत माँ के बेटों ::::-
हे भारत माँ के बेटों भारत माँ की संतानों,
जो है देश की आन बचानी, तो दो तुम कुछ बलिदानी !
रिश्वत खोरी को छोडो, मत घूस से नाता जोड़ो
और भ्रष्टाचार के पथ से, अपना नाता तुम तोड़ो,
अब जग में भारत माँ की, हमको है शान बढ़ानी
जो है देश की आन बचानी.........
जहाँ हरिश्चंद्र ने अपने सच का डंका था बजाया
उस देश में जानो कैसे फिर झूठ ने राज जमाया
आओ मिलकर दफना दें, इस झूठ की दें कुर्बानी
जो है देश की आन बचानी.........
कहीं जात-धरम के झगडे, कहीं ऊंच नीच की बातें
कुछ ऐसा हम कर पाते, मिलकर के सभी रह पाते
हर प्रान्त का रहने वाला, पहले है हिन्दुस्तानी
जो है देश की आन बचानी....
हे भारत माँ के ......